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Common Activities / Events of Malwanchal University

सुरक्षित मातृत्व स्वस्थ शिशु विषय पर गर्भ संस्कार शिविर का आयोजन

06th May, 2023

शिशुओं को गर्भ में ही संस्कार और मूल्य सीखाता गर्भ संस्कार शिविर

इंडेक्स हॅास्पिटल में सुरक्षित मातृत्व स्वस्थ शिशु विषय पर गर्भ संस्कार शिविर

स्त्री रोग विशेषज्ञों, आहार विशेषज्ञों और योग प्रशिक्षकों के साथ मिलकर दिया प्रशिक्षण

इंडेक्स हॅास्पिटल द्वारा सुरक्षित मातृत्व स्वस्थ शिशु विषय पर गर्भ संस्कार शिविर का आयोजन किया गया। इंडेक्स समूह द्वारा गर्भ में ही संस्कार और मूल्य सिखाने के उद्देश्य से गर्भवती महिलाओं के लिए ‘गर्भ संस्कार’ नाम से एक मुहिम शुरू की है। शिविर में स्त्री रोग विशेषज्ञों, आहार विशेषज्ञ और योग प्रशिक्षकों ने गर्भवती महिलाओं को प्रशिक्षित किया। शिविर का उद्देश्य शिशुओं को गर्भ में ही संस्कार और मूल्य सिखाना है। इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया,वाइस चेयरमैन मयंकसिंह भदौरिया,डायरेक्टर आर एस राणावत,एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव ने शिविर की सराहना की। इस अवसर पर इंडेक्स मेडिकल कॅालेज के डीन डॅा.जीएस पटेल,इंडेक्स हॅास्पिटल अधीक्षक लेफ्टिनेंट कर्नल डॅा.अजय सिंह ठाकुर,स्त्री रोग विशेषज्ञ डॅा.पूजा देवधर,शिशु रोग विशेषज्ञ डॅा.स्वाति प्रधान,डॅा.रेशमा खुराना उपस्थित थे।

गर्भ में बच्चा आपकी सभी भावनाओं को समझता
इस अवसर पर इंडेक्स हॅास्पिटल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॅा.पूजा देवधर ने बताया कि गर्भ संस्कार शिविर में गर्भावस्था काल में महिला को सकारात्मक जीवन और संतुलित दिनचर्या का प्रशिक्षण दिया गया। गर्भ संस्कार शिविर के जरिए हम बच्चों तक सही संस्कार पहुंचा सकते है। यह केवल आज का विज्ञान नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति में गर्भ संस्कार शिविर से जुड़ी कई कहानियां मौजूद है। गर्भ में बच्चा आपकी सभी भावनाओं को समझता है।

डॅा.रेशमा खुराना और अनुभवी फिजियोथैरेपी विशेषज्ञों ने गर्भावस्था सही व्यायाम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि योग अभ्यास और फिजियोथैरेपी का गर्भावस्था के दौरान काफी महत्व है। गर्भ में बच्चे का 80 प्रतिशत मस्तिष्क बन जाता है। वह गर्भ में सुनता, सीखता, खुश और दुखी होता है। गर्भ में शिशु 500 तक शब्द सीख सकता है। डॅा.स्वाति प्रधान ने बताया कि अगर गर्भवती महिलाएं धार्मिक ग्रंथों का पाठ करती हैं, तो इसका बच्चे पर सकारात्मक असर पड़ता है। अध्यात्म एवं विज्ञान से जुड़े इस अभियान से जुडऩे पर उसका प्रभाव जन्म लेने वाले शिशु के संस्कारों पर पड़ता है। प्रतिक्षा परिहार और डॅा.दीप्ति धारेकर (आहार विशेषज्ञ) अनुभवी आहार विशेषज्ञ द्वारा गर्भावस्था के दौरान संतुलित आहार और प्रोटीन और विटामिन युक्त आहार की जानकारी दी।


विश्व थैलेसीमिया दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम

12th May, 2023

थैलेसीमिया रोग के लिए बढ़ी जागरूकता से मरीजों को मिला फायदा

इंडेक्स हॅास्पिटल में विश्व थैलेसीमिया दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम

इंडेक्स मेडिकल कॅालेज हॅास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर,मालवांचल यूनिवर्सिटी द्वारा विश्व थैलेसीमिया दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स की इंदौर शाखा के सहयोग इंडेक्स हॅास्पिटल द्वारा कार्यशाला में थैलेसीमिया बीमारी के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंडेक्स समूह चेयरमैन सुरेश भदौरिया, वाइस चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया, डीन डॉ जी एस पटेल, चिकित्सा अधीक्षक डॉ स्वाति प्रशांत ने की।

मुख्य अतिथि थैलेसीमिया एंड चाइल्ड वेलफेयर ग्रुप की संस्थापक डॉ रजनी भंडारी ने थैलेसीमिया बीमारी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि थैलेसीमिया एक ऐसा रोग है, जिसके बारे में आज लोग काफी कुछ जानते हैं, लेकिन एक वक्त वह भी था, जब इसके बारे में जागरूकता का सर्वथा अभाव था। रोग क्या है, इसका उपचार कितना संभव है, यह तो दूर की बात थी, यहां तक कि लोग थैलेसीमिया पीड़ितों के लिए रक्तदान करने से भी कतराते थे। उस दौर में थैलेसीमिया पीड़ितों की मदद के लिए इंदौर में कुछ महत्वपूर्ण कार्यक्रम शुरू हुए, जिन्होंने कुछ ही वर्षों में इस रोग को लेकर शहर में जागरूकता की तस्वीर बदल दी। इस अवसर पर डॉ. शरद थोरा, डॉ. संजीव नारंग, डॉ. स्वाति प्रशांत, डॉ. वीणा वांगानी ने थैलेसीमिया के मरीजों को कब संदेह करना है, कैसे निदान और प्रबंधन करना है इस बारे में जानकारी दी। डॉ नेकी मिनारे एवं डॉ निकिता सिंह द्वारा क्विज कॅाम्पीटिशन और थैलेसीमिया पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आभार डॉ सौरभ पिपरसानिया ने किया और संचालन डॉ स्तुति गगरानी ने किया।


नशा मुक्ति शिविर का आयोजन

13th May, 2023

नशे का असर शरीर के साथ परिवार पर भी

इंडेक्स हॅास्पिटल द्वारा नशा मुक्ति शिविर का आयोजन

इंडेक्स मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल इंदौर,मालवांचल यूनिवर्सिटी के तत्वावधान में इंडेक्स नशा मुक्ति केंद्र ग्राम भामोरी,इंदौर में नशा मुक्ति कैम्प का आयोजन किया गया। इंडेक्स समूह द्वारा इंदौर शहर और ग्रामीण क्षेत्र को नशा मुक्त बनाने के उद्देश्य से यह शिविर आयोजित किए जा रहे है। डॅा.रामगुलाम राजदान ने कहा कि युवाओं में खासतौर पर नशा करने की प्रवृत्ति सबसे ज्यादा बढ़ती जा रही है। ऐसे समय में नशे का ओवरडोज युवाओं के लिए कई बार घातक साबित होता है। ऐसे मरीजों के इलाज के दौरान सबसे ज्यादा सावधानी बरतना पड़ती है। नशा आजकल सबसे बड़ी समस्या है। इसमें 50 प्रतिशत लोग शराब का नशा करते है । इसके कारण शरीर के साथ आपके परिवार पर भी इसका असर होता है। इंडेक्स समूह चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया,वाइस चेयरमैन मयंकराजसिंह भदौरिया के मार्गदर्शन में शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में 65 मरीजों का परीक्षण किया गया और 20 मरीजों को इलाज के लिए केंद्र में बुलाया गया।इस कार्यक्रम में गर्व जानी,सरपंच लक्ष्मीबाई विभिन्न ग्रामीण उपस्थित थे।


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